Speaking With A Smile Is A High Art | मुस्कराकर बोलना एक उच्चस्तरीय कला

🥀 ३१ जनवरी २०२४ बुधवार🥀
🍁माघ कृष्णपक्ष पंचमी २०८०🍁
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‼ऋषि चिंतन‼
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😊”मुस्कराकर” बोलना😊
➖❗एक उच्चस्तरीय कला❗➖
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👉 “मुस्कराकर” प्रसन्नता प्रकट करते हुए बातचीत करना एक बहुत ही आकर्षक ढंग है, जिसके द्वारा सुनने वाले का अनायास ही आपकी ओर खिंचाव होता है। जब आप मुस्कराते हुए आनंदित होकर अपना कथन आरंभ करते हैं, तो उसके दो तात्पर्य निकलते है पहला यह कि आप मनस्वी है, दृढ़ निश्चयी हैं और सुलझे हुए विचारों के है। दूसरा यह कि सुनने वाले से मिलकर आप प्रसन्न हुए है, उसके प्रति प्रेम भाव रखते हैं। मुस्कराहट मन की दृढ़ स्थिति को सूचित करती है। जिसके विचार संदिग्ध हैं, नाना प्रकार के भावों का उतार-चढ़ाव चेहरे पर प्रदर्शित करता है, उसे अविश्वास की दृष्टि से देखा जाता है। ऐसे आदमी के व्यक्तित्व की कोई अच्छी छाप दूसरे पर नहीं लगती। किंतु यदि “प्रसन्नता” चेहरे पर खेल रही है, तो उसका तात्पर्य दृढ़ता, गंभीरता और पूर्णता है। उसे सुलझा हुआ सुस्थिर समझकर स्वभावतः विश्वास करने की इच्छा होती है। “मुस्कराहट” में दूसरा तात्पर्य है-सुनने वाले के आगमन से खुशी प्रकट होना, यह भी असाधारण बात है। जहाँ उपेक्षा होती है, वहाँ संबंध रखना लोग पसंद नहीं करते, पर जहाँ प्रेम और सत्कार का भाव टपकता है, वहाँ बार-बार जाने की इच्छा होती है। थोड़ी असुविधा उठाकर भी वहाँ पहुँचने का प्रयत्न किया जाता है, क्योंकि वहाँ दुहरा लाभ है, साधारण काम तो पूरा होता ही है, साथ में प्रेम और आदर की आत्मिक खुराक मुफ्त में मिल जाती है। “प्रसन्नता” के साथ वार्तालाप करने के दोनों ही पहलू एक से एक जोरदार हैं। विश्वासी आदमी से व्यवहार में धोखा होने का अंदेशा नहीं रहता। उसकी मानसिक स्थिरता से अन्य लाभ प्राप्त होने की आशा रहती है, अतएव उससे संबंध रखना वैसे भी लाभदायक ठहरता है।
👉 आप जिन लोगों का संबंध अपने साथ अधिक समय तक रखना उचित समझते हैं, उनसे “मुस्कराकर” बोला कीजिए, प्रसन्नता प्रकट करते हुए बातचीत किया कीजिए। यह ऐसा बे-पूँजी का व्यापार है, जिसमें खर्च बिल्कुल नहीं और आमदनी बहुत है। जब आप थोड़ा हँसते हैं तो खिलते हुए पुष्प की भाँति अपनी सुगंधि चारों ओर बिखेर देते हैं। उसकी सुगंधि से दर्शकों और श्रोताओं का मन लुभायमान हो जाता है। पुष्प में रूप और गंध है, “मुस्कराहट” मैं सौंदर्य और मिठास है। भौरे और मधुमक्खियों का जमघट फूल पर रहता है। आपकी “मुस्कराहट” पर मुग्ध होकर संबंधियों का समूह पीछे-पीछे लगा फिरेगा।
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