समय का महत्त्व समझिए

🥀१० नवंबर २०२३ शुक्रवार🥀!!कार्तिक कृष्णपक्ष द्वादशी २०८० !!👉आज ………………………🪔💰🪪धनतेरस🪪💰🪔 है ।➖➖➖➖‼️➖➖➖➖‼ऋषि चिंतन‼➖➖➖➖‼️➖➖➖➖〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️समय का महत्त्व समझिए〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️👉 हर मनुष्य को “समय” के छोटे – से – छोटे क्षण का मूल्य एवं महत्त्व समझना चाहिए। जीवन का समय सीमित है और काम बहुत है। “समय” की चूक पश्चात्ताप की हूक बन जाती है। जीवन में कुछ करने की … Read more

प्रकृति की मानें और स्वस्थ रहें || Obey Nature And Stay Healthy

🥀०७ नवंबर २०२३ मंगलवार🥀!!कार्तिक कृष्णपक्ष दशमी २०८० !!➖➖➖➖‼️➖➖➖➖‼ऋषि चिंतन‼➖➖➖➖‼️➖➖➖➖〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️प्रकृति की मानें और स्वस्थ रहें〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️👉 यदि आप प्रकृति को अपनी बुद्धिमती माता मान लें और उसके आदेशों पर चलना स्वीकार करें, तो विश्वासपूर्वक यह कहा जा सकता है कि आप भी उसी प्रकार स्वस्थ रह सकते हैं जैसे सृष्टि के अन्य जीव-जंतु नीरोग शरीर लेकर किलकारियाँ … Read more

उन्नति अपने जीवन का मंत्र बनाइए |

🥀०४ नवंबर २०२३ शनिवार🥀!!कार्तिक कृष्णपक्ष सप्तमी २०८० !!➖➖➖➖‼️➖➖➖➖‼ऋषि चिंतन‼➖➖➖➖‼️➖➖➖➖〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️〰️❗➖”उन्नति”➖❗〰️➖को➖अपने जीवन का मंत्र बनाइए〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️👉 आप “उन्नति करना” अपने जीवन का मूल मंत्र बना लीजिए । ज्ञान को अधिक बढ़ाइए । शरीर को स्वस्थ, बलवान और सुंदर बनाने की दिशा में अधिक प्रगति करते जाइए । प्रतिष्ठावान हुजिए । ऊंचे पद पर चढ़ने का उद्योग कीजिए । … Read more

क्या आपको भी➖👈उपासना में आनंद नहीं आता है

🥀०१ नवंबर २०२३ बुधवार🥀!!कार्तिक कृष्णपक्ष चतुर्थी २०८० !!➖➖➖➖‼️➖➖➖➖‼ऋषि चिंतन‼➖➖➖➖‼️➖➖➖➖〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️👉➖क्या आपको भी➖👈उपासना में आनंद नहीं आता है〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️👉 “उपासना” में आनन्द कब नहीं आता ?जब कोई मनुष्य उसे सामान्य जीवन क्रम से भिन्न एक विशेष कर्तव्य समझकर करता है। ऐसा भाव रहने से कुछ समय बाद “उपासना” उसे एक अनावश्यक बेगार-सी अनुभव होने लगती है, जिससे वह … Read more

मानव जीवन का परम उद्देश्य〰️➖❗〰️ईश्वर प्राप्ति है

🥀३० अक्टूबर २०२३ सोमवार🥀!!कार्तिक कृष्णपक्ष द्वितीया २०८० !!➖➖➖➖‼️➖➖➖➖‼ऋषि चिंतन‼➖➖➖➖‼️➖➖➖➖〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️〰️मानव जीवन का परम उद्देश्य〰️➖❗〰️ईश्वर प्राप्ति है〰️❗➖〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️👉 मानव जीवन के लाभों में सबसे बड़ा लाभ यह है कि उसे परमात्मा का ज्ञान प्राप्त हुआ है। वह इस मानव योनि में ही आकर यह जान सका है कि इस निखिल ब्रह्माण्ड को धारण तथा सञ्चालन करने वाली एक … Read more

उपासना में दृढ़ विश्वास हो➖➖ कि ➖〰️परमात्मा सदैव उपस्थित हैं

🥀२९ अक्टूबर २०२३ रविवार🥀!!कार्तिक कृष्णपक्ष प्रतिपदा २०८० !!➖➖➖➖‼️➖➖➖➖‼ऋषि चिंतन‼➖➖➖➖‼️➖➖➖➖〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️➖उपासना में दृढ़ विश्वास हो➖➖ कि ➖〰️परमात्मा सदैव उपस्थित हैं〰️〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️👉 सच्ची भावना के साथ की हुई “उपासना” चमत्कार की तरह फलवती होती है। भावना को परमात्मा में पूर्ण रूप से, संयोजित करके कुछ देर की की हुई उपासना जीवन पर एक स्थायी प्रभाव डालती है जो कि … Read more

उपासना से आत्मा की मुक्ति➖‼️〰️जीवन का परम लक्ष्य

🥀२७ अक्टूबर २०२३ शुक्रवार🥀!!आश्विन शुक्लपक्ष चतुर्दशी २०८० !!➖➖➖➖‼️➖➖➖➖‼ऋषि चिंतन‼➖➖➖➖‼️➖➖➖➖〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️➖ उपासना से आत्मा की मुक्ति➖‼️〰️जीवन का परम लक्ष्य〰️‼️〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️👉👉 सच्ची, उन्नत और आदर्श “उपासना” तो तभी होगी, जब हम सर्वथा निष्काम और निष्प्रयोजन ही रहें। यहाँ तक कि परमात्मा की कृपा की भी कामना न करें। इतनी उन्नत निष्काम उपासना से आत्मा न केवल परमात्म तत्त्व के … Read more

क्या उपासना करने वाले दुःखी रहते हैं

🥀२२ अक्टूबर २०२३ रविवार🥀!!आश्विन शुक्लपक्ष अष्टमी २०८० !!➖➖➖➖‼️➖➖➖➖‼ऋषि चिंतन‼➖➖➖➖‼️➖➖➖➖〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️क्या उपासना करने वाले दुःखी रहते हैं〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️👉 अनेक बार लोग कह उठते हैं कि “यह हमारा व्यक्तिगत अनुभव है कि अधिक उपासना करने वाले लोग बहुधा विपन्न और दुःखी ही रहा करते हैं ।” संसार का कोई भी सच्चा उपासक इस विपरीत कथन से सहमत नहीं हो … Read more

उपासना से विवेक जागृत होता है

🥀१८ अक्टूबर २०२३ बुधवार🥀!! आश्विन शुक्लपक्ष चतुर्थी२०८० !!➖➖➖➖‼️➖➖➖➖‼ऋषि चिंतन‼➖➖➖➖‼️➖➖➖➖〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️“उपासना” से विवेक जागृत होता है〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️👉 साधारण व्यक्ति इस संसार में भौतिक पदार्थों में सुख ढूंढते हैं, ज्ञान का उनकी दृष्टि में कोई महत्त्व नहीं होता, पर इससे मनुष्य जीवन में विकार पैदा होते हैं । बुराइयां आती और कठिनाइयां बढ़ती हैं । जब तक मनुष्य भौतिक … Read more

ईश्वर उपासना की आवश्यकता क्यों ?

🥀 १७ अक्टूबर २०२३ मंगलवार 🥀!! आश्विन शुक्लपक्ष तृतीया २०८० !!➖➖➖➖‼️➖➖➖➖‼ऋषि चिंतन‼➖➖➖➖‼️➖➖➖➖〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️ईश्वर उपासना की आवश्यकता क्यों ?〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️👉 ईश्वर “उपासना” से मनुष्य को वह स्थिति प्राप्त होती है जहाँ से वह अधिक सूक्ष्मता, दूरदर्शिता एवं विवेक के साथ संसार और उसकी परिस्थितियों का निरीक्षण करता है। अपने ही क्षुद्र अहंकार से संसार की तुलना करने से … Read more