उपासना का परिणाम आत्मानंद है | The Result Of Worship Is Self-Bliss

🥀 २० नवंबर २०२४ बुधवार 🥀//मार्गशीर्ष कृष्णपक्ष पंचमी २०८१//➖➖‼️➖➖‼ऋषि चिंतन‼〰️➖🌹➖〰️उपासना का परिणाम आत्मानंद है〰️➖🌹➖〰️👉 अनेक बार लोग कह उठते हैं कि – “यह हमारा व्यक्तिगत अनुभव है कि अधिक उपासना करने वाले लोग बहुधा विपन्न और दुःखी ही रहा करते हैं।” संसार का कोई भी सच्चा उपासक इस विपरीत कथन से सहमत नहीं हो सकता … Read more

निषादराज की प्रतीक्षा

🌻 निषादराज की प्रतीक्षा 🌻 चौदह वर्षों के एक एक दिन उस भोले मानुस ने उंगलियों पर गिन कर काटे थे।चौदह बरसातें बीत गयी थीं,चौदह बार शीतलहर बह कर समाप्त हो गयी थी,और अब चौदहवाँ वसंत भी बीत आया था।वे चौदह वर्ष बाद लौट आने को कह गए हैं- तो चौदह वर्ष बीतते ही अवश्य … Read more

आत्मा की अमरता पर विश्वास करें

🥀 १० जुलाई २०२४ बुधवार 🥀//आषाढ़ शुक्लपक्ष चतुर्थी २०८१ //➖➖‼️➖➖‼ऋषि चिंतन‼➖➖‼️➖➖आत्मा की अमरता पर विश्वास करें〰️➖🌹➖〰️👉 “आत्मा” की अमरता का विश्वास सचमुच भू-लोक का “अमृत” है। इसे पान करने के उपरांत मनुष्य की दिव्य दृष्टि खुलती है। वह कल्पना करता है कि मैं अतीत काल से, सृष्टि के आरंभ से एक अविचल जीवन जीता चला … Read more

आस्था मूलक नारी जीवन || The Faith-Based Life of Women

🥀// १३ जून २०२४ गुरुवार //🥀🍁 ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष सप्तमी२०८१🍁➖➖‼️➖➖‼ऋषि चिंतन‼➖➖‼️➖➖➖आस्था मूलक नारी जीवन➖〰️➖🌹➖〰️👉 जिस देवालय का “विग्रह” विखंडित हो वहाँ दर्शनों की परंपरा समाप्त हो जाती है । “खंडित देव प्रतिमा” के अंग-प्रत्यंग किसी प्रकार जोड़ भी दिए जायें तो भी देव शक्ति के निष्प्राण हो जाने की अवधारणा से दर्शनार्थी की श्रद्धा समाप्त … Read more