दानवीर कर्ण की लघु-कथा

जब महाराज युधिष्ठिर इंद्रप्रस्थ पर राज्य करते थे- वे काफी दान आदि भी करते थे।              धीरे-धीरे उनकी प्रसिद्धि दानवीर के रूप में फैलने लगी- और पांडवों को इसका अभिमान होने लगा।     एक बार कृष्ण इंद्रप्रस्थ पहुंचे- भीम व अर्जुन ने युधिष्ठिर की प्रशंसा शुरू की- कि वे कितने बड़े दानी हैं।            तब … Read more