The Consequences of Excessive Talk || अति वाचालता का दुष्परिणाम

एक राजा बहुत अधिक बोलता था।_* _उसका मन्त्री विद्वान् और हित चिन्तक था। इसलिये सोचता रहता था- कि राजा को कैसे इस दोष से मुक्त करूँ!_ _और वह ज्ञान दूँ- जो कि मनुष्य के हृदय में बहुत गहराई से उतरकर उसके स्वभाव का अंग बन जाता है।_ _मन्त्री हमेशा राजा के हित की सोचता रहता … Read more