सुखी दांपत्य जीवन के सूत्र | Tips For A Happy Married Life

🥀 ०३ दिसंबर २०२४ मंगलवार 🥀//मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष द्वितीया २०८१//➖➖‼️➖➖‼ऋषि चिंतन‼〰️➖🌹➖〰️❗सुखी दांपत्य जीवन के सूत्र❗〰️➖🌹➖〰️👉 “दाम्पत्य जीवन” की सुख-समृद्धि एवं शांति के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि व्यवहार में एक-दूसरे की भावनाओं का ध्यान रक्खें। एक छोटा-सा सिद्धांत है कि “मनुष्य दूसरों के साथ वैसा ही व्यवहार करे जैसा वह स्वयं के लिए चाहता … Read more

भगवान मिलते क्यों नहीं हैं ? | Why don’t we meet God?

🥀 २२ नवंबर २०२४ शुक्रवार 🥀//मार्गशीर्ष कृष्णपक्ष सप्तमी २०८१//➖➖‼️➖➖‼ऋषि चिंतन‼〰️➖🌹➖〰️❗भगवान मिलते क्यों नहीं हैं ?❗〰️➖🌹➖〰️👉 “भक्त” “भगवान” को तलाशता है और “भगवान” “भक्त” को ढूँढ़ते हैं। कैसी आँख मिचौली है कि कोई किसी को मिल नहीं पाता। तथाकथित भक्तों की कमी नहीं। वे तलाशते भी हैं, पर मिल नहीं पाते। इसलिए कि उन्हें न तो … Read more

अटूट विश्वास आस्तिकता का लक्षण|| Unwavering faith is a sign of devotion

🥀 ०५ नवंबर २०२४ मंगलवार 🥀//कार्तिक शुक्लपक्ष चतुर्थी २०८१ //➖➖‼️➖➖‼ऋषि चिंतन‼〰️➖🌹➖〰️❗➖।।अटूट विश्वास।।➖❗➖आस्तिकता का लक्षण ➖〰️➖🌹➖〰️👉 लुहार अपनी दुकान पर लोहे के टुकडों से तरह-तरह की चीजें बनाता रहता है। उन टुकडों को वह कभी गरम करने के लिये भट्टी में तपाता है कभी पानी में डालकर ठण्डा कर लेता है। इस विसंगति को देखकर कोई … Read more

आत्मा की अमरता पर विश्वास करें

🥀 १० जुलाई २०२४ बुधवार 🥀//आषाढ़ शुक्लपक्ष चतुर्थी २०८१ //➖➖‼️➖➖‼ऋषि चिंतन‼➖➖‼️➖➖आत्मा की अमरता पर विश्वास करें〰️➖🌹➖〰️👉 “आत्मा” की अमरता का विश्वास सचमुच भू-लोक का “अमृत” है। इसे पान करने के उपरांत मनुष्य की दिव्य दृष्टि खुलती है। वह कल्पना करता है कि मैं अतीत काल से, सृष्टि के आरंभ से एक अविचल जीवन जीता चला … Read more

Wander Not — Focus On One || भटक मत — एक में अटक

“Wander not—Focus on one” Whoever went to the hermitage of the sages with true faith and complete belief, perhaps never returned empty-handed! One day, a beautiful soul entered the hermitage and after greeting the sage, their conversation began! Traveler – Oh revered one, I am in great dilemma about whose worship to pursue and whose … Read more

भटक मत — एक में अटक || Wander Not — Focus On One

भटक मत—एक में अटक जो भी ऋषिवर के आश्रम मॆ सच्ची श्रद्धा और पूरे विश्वास के साथ गया शायद वो कभी खाली हाथ नही लौटा !ऐसे ही एक दिन एक सुन्दर आत्मा ने आश्रम मॆ प्रवेश किया और ऋषिवर को प्रणाम करने के बाद दोनो की वार्ता शुरू हुई ! राहगीर – हॆ देव मॆ … Read more