उपासना का परिणाम आत्मानंद है | The Result Of Worship Is Self-Bliss
२० नवंबर २०२४ बुधवार
//मार्गशीर्ष कृष्णपक्ष पंचमी २०८१//
ऋषि चिंतन
उपासना का परिणाम आत्मानंद है
अनेक बार लोग कह उठते हैं कि – “यह हमारा व्यक्तिगत अनुभव है कि अधिक उपासना करने वाले लोग बहुधा विपन्न और दुःखी ही रहा करते हैं।” संसार का कोई भी सच्चा उपासक इस विपरीत कथन से सहमत नहीं हो सकता … Read more