सद्विचार, सद्गुण तथा सत्कर्म से दांपत्य जीवन सुखी बनता है | A Happy Married Life Is Built On Good Thoughts, Virtuous Qualities, And Noble Deeds

🥀 ०५ दिसंबर २०२४ गुरुवार 🥀//मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष चतुर्थी २०८१//➖➖‼️➖➖‼ऋषि चिंतन‼〰️➖🌹➖〰️।सद्विचार, सद्गुण तथा सत्कर्म से।❗दांपत्य जीवन सुखी बनता है❗〰️➖🌹➖〰️👉 पति-पत्नी का प्रेम बरसाती नाले के समान अल्पकालीन नहीं, सदा बहने वाली नदी की तरह स्थाई होता है। नदी जब पर्वतों से निकलती है तो क्षीणकाय तथा तीव्रगामिनी होती है। मार्ग की चट्टानों से टकराती हुई, शोर … Read more

संकीर्णता के दायरे से बाहर निकलें | Step Out Of The Boundaries Of Narrow-Mindedness

🥀 ०२ दिसंबर २०२४ सोमवार 🥀// मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष प्रतिपदा २०८१//➖➖‼️➖➖‼ऋषि चिंतन‼〰️➖🌹➖〰️संकीर्णता के दायरे से बाहर निकलें | Step out of the boundaries of narrow-mindedness〰️➖🌹➖〰️👉 मानव मानव के बीच संघर्ष लड़ाई का कारण गरीबी, अभाव आदि नहीं, वरन् “तेरे मेरे” का प्रश्न है। अपने लाभ, अपनी समृद्धि, अपने की सार-संभाल सभी को प्रिय लगती है, किंतु … Read more

प्रसन्न रहना अथवा उद्विग्न हमारे दृष्टिकोण पर निर्भर है

🥀 ०८ नवंबर २०२४ शुक्रवार 🥀//कार्तिक शुक्लपक्ष सप्तमी २०८१ //➖➖‼️➖➖‼ऋषि चिंतन‼〰️➖🌹➖〰️➖प्रसन्न रहना अथवा उद्विग्न➖❗हमारे दृष्टिकोण पर निर्भर है❗〰️➖🌹➖〰️👉 “मानसिक उद्विग्नता” भी मनुष्य जीवन की बहुत बड़ी समस्या है। शांत, संतुष्ट, संतुलित और प्रसन्न रहने वाले व्यक्ति बिरले ही दिखाई देते हैं। अधिकांश व्यक्तियों के माथे पर त्यौरियाँ चढ़ी होती हैं, आँखों में बुझापन, चेहरे पर … Read more