साधना से अपने पापों को स्वीकारने का साहस जागृत होता है | Sadhana Awakens The Courage To Accept One’s Sins

🥀 ०७ दिसंबर २०२४ शनिवार 🥀//मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष षष्ठी२०८१//➖➖‼️➖➖ ‼ऋषि चिंतन‼〰️➖🌹➖〰️➖साधना से अपने पापों को➖स्वीकारने का साहस जागृत होता है〰️➖🌹➖〰️👉 “साधना” निश्चित रूप से याचना नहीं है। वह विशुद्ध रूप से आत्म-परिष्कार, जीवन शोधन और पवित्रता के विकास की सुनियोजित प्रक्रिया है। तपश्चर्या की आग में हम अपने कलुष- कषायों को जलाते हैं। कर्मफल से छुटकारा … Read more

उपासना का परिणाम आत्मानंद है | The Result Of Worship Is Self-Bliss

🥀 २० नवंबर २०२४ बुधवार 🥀//मार्गशीर्ष कृष्णपक्ष पंचमी २०८१//➖➖‼️➖➖‼ऋषि चिंतन‼〰️➖🌹➖〰️उपासना का परिणाम आत्मानंद है〰️➖🌹➖〰️👉 अनेक बार लोग कह उठते हैं कि – “यह हमारा व्यक्तिगत अनुभव है कि अधिक उपासना करने वाले लोग बहुधा विपन्न और दुःखी ही रहा करते हैं।” संसार का कोई भी सच्चा उपासक इस विपरीत कथन से सहमत नहीं हो सकता … Read more

सनातन धर्म में पूजा से जुड़ी हुई अति महत्वपूर्ण बातें।

सनातन धर्म में पूजा से जुड़ी हुई अति महत्वपूर्ण बातें। ★ एक हाथ से कभी प्रणाम नहीं करना चाहिए। ★ सोए हुए व्यक्ति का कभी चरण स्पर्श नहीं करना चाहिए। ★ बड़ों को प्रणाम करते समय उनके दाहिने पैर पर दाहिने हाथ से और उनके बांये पैर को बांये हाथ से छूकर प्रणाम करें। ★ … Read more

साधना किसान से सीखें

🥀 ०५ जुलाई २०२४ शुक्रवार 🥀//आषाढ़ कृष्णपक्ष अमावस्या२०८१ //➖➖‼️➖➖‼ऋषि चिंतन‼➖➖‼️➖➖❗साधना किसान से सीखें❗〰️➖🌹➖〰️👉 “साधना” का महत्त्व “किसान” जानता है। पूरे वर्ष अपने खेत की मिट्टी के साथ अनवरत गति से लिपटा रहता है और फसल को स्वेद कणों से नित्य ही सींचता रहता है। सरदी-गरमी की परवाह नहीं। जुकाम-खाँसी की चिंता नहीं। शरीर की तरह … Read more

Justice of God || ईश्वर का न्याय

Justice of God One day, a sage set out on a journey with his disciple. The sage preferred not to engage in idle chatter, and he valued silence and the peaceful performance of his duties. However, the disciple was quite restless. He always found himself distracted and enjoyed engaging in conversations with others. As they … Read more

ईश्वर का न्याय || Justice of God

ईश्वर का न्याय एक दिन मार्ग में एक महात्मा जी अपने शिष्य के साथ भ्रमण पर निकले। गुरुजी को ज्यादा इधर-उधर की बातें करना पसंद नहीं था, कम बोलना और शांतिपूर्वक अपना कर्म करना ही गुरू जी को प्रिय था। परन्तु शिष्य बहुत चपल था, उसे सदैव इधर-उधर की बातें ही सूझती, उसे दूसरों की … Read more

The dust of Shabari’s feet || शबरी के पैरों की धूल

The dust of Shabri’s feet Shabri was the daughter of a tribal Bhil. She appeared very ordinary, but her heart was very tender. Her father had arranged her marriage, but there was a custom among the tribes that before any auspicious event, innocent animals were sacrificed. To fulfill this custom, Shabri’s father brought a hundred … Read more

Dharmacharana Means Self-Development || धर्माचरण अर्थात आत्म विकास

🥀 March 13, 2024, Wednesday 🥀🍁 Falgun Shuklapaksha 🍁➖ Tritiya / Chaturthi 2080 ➖➖➖〰️➖➖‼ Rishi Chintan ‼➖➖〰️➖➖“Dharmacharan” meaning “Self Development”〰️➖🌹➖〰️👉 The main goal of spiritual practice is to attain the highest level of humanity. When humanity reaches its peak, a person enters the realm of divinity and gradually ascends towards the divine horizon. Thus, the … Read more

धर्माचरण अर्थात आत्म विकास || Dharmacharana Means Self-Development

🥀 १३ मार्च २०२४ बुधवार🥀🍁फाल्गुन शुक्लपक्ष🍁➖तृतीया / चतुर्थी २०८०➖➖➖〰️➖➖‼ऋषि चिंतन‼➖➖〰️➖➖“धर्माचरण” अर्थात “आत्म विकास”〰️➖🌹➖〰️👉 आध्यात्मिक साधना का मुख्य उद्देश्य मानवता का उच्चतम स्तर प्राप्त करना ही है। मानवता की चरमावधि पर पहुँचकर मनुष्य दैवत्व की परिधि में प्रवेश करता है और वहाँ से शनैः-शनैः उठता हुआ ईश्वरीय परिधि की ओर बढ़ता जाता है। इस प्रकार ईश्वरप्राप्ति … Read more