इतिहास की 5 दिसंबर 2023 तक की मुख्य घटनाएँ || Main Events of History Till 5 December 2023

🎯आज की वाणी👉 🌹व्यायामात् लभते स्वास्थ्यंदीर्घायुष्यं बलं सुखं ।आरोग्यं परमं भाग्यं ,स्वास्थ्यं सर्वार्थसाधनम् ॥भावार्थ👉व्यायाम से स्वास्थ्य, लम्बी आयु, बल और सुख की प्राप्ति होती है। नीरोगी होना परम भाग्य है और स्वास्थ्य से अन्य सभी कार्य सिद्ध होते हैं ।🌹 5 दिसंबर की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ👉 1657 – शाहजहां के छोटे बेटे मुराद ने खुद को … Read more

इतिहास की 3 दिसंबर 2023 तक की मुख्य घटनाएँ || Main Events of History Till 3 December 2023

🎯आज की वाणी👉 🌹सत्यं रूपं श्रुतं विद्याकौल्यं शीलं बलं धनम्।शौर्यं च चित्रभाष्यं चदशेमे स्वर्गयोनय : ।।भावार्थ👉सच्चाई , खूबसूरती , शास्त्रज्ञान , विद्या, उत्तम कुल , शील , पराक्रम , धन , शौर्य , और वाक्पटुता – ये दस गुण स्वर्ग पाने के अर्थात् समस्त ऐश्वर्य पाने के समान हैं, अर्थात इन गुणों से सम्पन्न व्यक्ति … Read more

इतिहास की 15 अक्टूबर 2023 तक की मुख्य घटनाएँ || Main Events of History Till 15 October 2023

🎯आज की वाणी👉 🌹शुश्रूषा श्रवणञ्चैवग्रहणं धारणं तथा ।ऊहापोहोऽर्थविज्ञानंतत्त्वज्ञानञ्च धीगुणाः ॥अर्थात्👉शुश्रूषा, श्रवण, ग्रहण, धारण, चिंतन, उहापोह (आन्तरिक तर्क वितर्क), अर्थविज्ञान और तत्त्वज्ञान – ये बुद्धि के गुण हैं ।🌹 15 अक्टूबर की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ👉 1686 – मुग़ल शासक औरंगजेब ने बीजापुर के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किये।1806 – प्रास और फ्रांस की सेनाओं के मध्य … Read more

इतिहास की 07 सितम्बर 2023 तक की मुख्य घटनाएँ || Main Events of History Till 16 September 2023

🎯आज की भक्ति 👉 🌹विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियायलम्बोदराय सकलाय जगद्धितायं।नागाननाथ श्रुतियज्ञविभूषितायगौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते॥अर्थात् 👉हे विघ्नेश्वर ! वर देने वाले, देवताओं को प्रिय, लम्बोदर, कलाओं से परिपूर्ण, जगत् का हित करने वाले, गज के समान मुख वाले और वेद तथा यज्ञ से विभूषित पार्वती पुत्र आपको नमस्कार है ; हे गणनाथ ! आपको नमस्कार है।🌹 7 … Read more

इतिहास की 16 अगस्त 2023 तक की मुख्य घटनाएँ || Main Events of History Till 16 August 2023

🎯आज की वाणी👉 🌹अधमाः धनमिच्छन्तिधनं मानं च मध्यमाः ।उत्तमाः मानमिच्छन्तिमानो हि महतां धनम् ।।भावार्थ👉निम्न कोटि के लोगों को सिर्फ धन की इच्छा रहती है, ऐसे लोगो को सम्मान से मतलब नहीं होता । एक मध्यम कोटि का व्यक्ति धन और सम्मान दोनों की इच्छा करता है वहीं एक उच्च कोटि के व्यक्ति के लिए सम्मान … Read more

इतिहास की 30 जुलाई 2023 तक की मुख्य घटनाएँ || Main Events of History Till 30 July 2023

🎯आज की वाणी👉 🌹न ही कश्चित् विजानातिकिं कस्य श्वो भविष्यति।अतः श्वः करणीयानिकुर्यादद्यैव बुद्धिमान् ॥अर्थात्👉कल क्या होगा यह कोई नहीं जानता है इसलिए कल के करने योग्य कार्य को आज कर लेने वाला ही बुद्धिमान है ॥🌹 30 जुलाई की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ👉 1602 – इंडोनेशिया में नीदरलैंड का राजनैतिक एंव साम्राज्यवादी प्रभाव आरंभ हुआ।1729 – मैरीलैंड … Read more

इतिहास की 12 जुलाई 2023 तक की मुख्य घटनाएँ || Main Events of History Till 12 July 2023

🎯आज की वाणी👉 🌹त्रीणि वर्षाणि यः प्राशेत्सततं त्वेकभोजनम् ।धर्मपत्नीरतो नित्य-मग्निष्टोमफलं लभेत् ॥★ महाभारत अनुशासनपर्व १०७अर्थात् 👉जो अपनी ही धर्मपत्नी में अनुराग रखते हुए निरन्तर तीन वर्षों तक प्रतिदिन एक समय भोजन करके रहता है, उसे अग्निष्टोम यज्ञ का फल प्राप्त होता है॥🌹 12 जुलाई की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ👉 1096 – पीटर द हर्मिट के नेतृत्व में … Read more

इतिहास की 10 जुलाई 2023 तक की मुख्य घटनाएँ || Main Events of History Till 10 July 2023

🎯आज की वाणी👉 🌹पञ्चम्यां वापि षष्ठ्यां चपौर्णमास्यां च भारत।उपोष्य एकभक्तेननियतात्मा जितेन्द्रियः॥ १४॥क्षमावान् रूपसम्पन्नःश्रुतवांश्चैव जायते ।नानपत्यो भवेत् प्राज्ञोदरिद्रो वा कदाचन ॥ १५॥★महाभारत अनुशासनपर्व १०६अर्थात् 👉भारत ! यदि मनुष्य पंचमी, षष्ठी और पूर्णिमा के दिन अपने मन और इन्द्रियों को काबू में रखकर एक वक्त भोजन करके दूसरे वक्त उपवास करे तो वह क्षमावान्, रूपवान् और विद्वान् … Read more

इतिहास की 05 जुलाई 2023 तक की मुख्य घटनाएँ || Main Events of History Till 05 July 2023

🎯आज की वाणी👉 🌹माता शत्रुः पिता वैरीयेन बालो न पाठितः।न शोभते सभामध्येहंसमध्ये बको यथा।।अर्थात्👉जो माता पिता अपने बच्चों को शिक्षा से वंचित रखते हैं, ऐसे माँ बाप बच्चों के शत्रु के समान हैं। विद्वानों की सभा में अनपढ़ व्यक्ति कभी सम्मान नहीं पा सकता वह हंसों के बीच एक बगुले के सामान है।🌹 5 जुलाई … Read more

इतिहास की 03 जुलाई 2023 तक की मुख्य घटनाएँ || Main Events of History Till 03 July 2023

🎯आज की वाणी👉 🌹दशाचार्यानुपाध्यायउपाध्यायान् पिता दश॥ १४॥दश चैव पितॄन् मातासर्वां वा पृथिवीमपि।गौरवेणाभिभवतिनास्ति मातृसमो गुरुः ॥ १५॥★ महाभारत अनुशासनपर्व १०५अर्थात् 👉गौरव में दस आचार्यों से बढ़कर उपाध्याय, दस उपाध्यायों से बढ़कर पिता और दस पिताओं से बढ़कर माता है। माता अपने गौरव से समूची पृथ्वी को भी तिरस्कृत कर देती है। अतः माता के समान दूसरा … Read more