अपने सही स्वरूप को हम जानें

🥀०८ अक्टूबर २०२४ मंगलवार🥀//आश्विन शुक्लपक्ष पंचमी २०८१ //‼ऋषि चिंतन‼〰️➖🌹➖〰️अपने सही स्वरूप को हम जानें〰️➖🌹➖〰️👉 “आत्मा” की महिमा और गरिमा को समझा जा सके तो उसे उसके स्तर के अनुरूप स्थिति में रखने की इच्छा होगी। इसके लिये जगी अभिलाषा और विकसित हुई स्थिति आत्मगौरव कहलाती है। “गौरवान्वित” को संतोष मिलता है और आनंद भी। तिरस्कृत … Read more

Desire Is Not A Sin The Degradation Of Desire Is A Sin || इच्छा करना पाप नहीं है इच्छा की निकृष्टता पाप है

🥀 26th April 2024, Friday 🥀🍁Vaishakh Krishna Paksha Tritiya 2081🍁➖➖‼️➖➖‼️Rishi Chintan‼️➖➖‼️➖➖➖Desire is not a sin➖👉The degradation of desire is a sin👈➖🌹➖👉 The emergence of “desire” in a human being is not an unnatural process. A human being is the result of the desire of that great and ancient being, hence his inclination towards desire is … Read more

इच्छा करना पाप नहीं है इच्छा की निकृष्टता पाप है || Desire Is Not A Sin The Degradation Of Desire Is A Sin

🥀 २६ अप्रैल २०२४ शुक्रवार🥀🍁वैशाख कृष्णपक्ष तृतीया२०८१🍁➖➖‼️➖➖‼ऋषि चिंतन‼➖➖‼️➖➖➖इच्छा करना पाप नहीं है➖👉इच्छा की निकृष्टता पाप है👈➖🌹➖👉 मनुष्य में “इच्छा” का उदय होना कोई अस्वाभाविक प्रक्रिया नहीं है। मनुष्य स्वयं ही उस विराट एवं पुराण पुरुष की इच्छा का परिणाम है, तब उसका इच्छुक होना सहज स्वाभाविक है। जहाँ “इच्छा” नहीं, वहाँ सृजन नहीं, विकास नहीं, … Read more

घृणा एक मारक विष है, इससे बचें || Hatred is a deadly poison, beware of it

🥀 २२ अप्रैल २०२४ सोमवार🥀🍁चैत्र शुक्लपक्षचतुर्दशी २०८१🍁➖➖‼️➖➖‼ऋषि चिंतन‼➖➖‼️➖➖घृणा एक मारक विष है, इससे बचें〰️➖🌹➖〰️👉 यह सोचना मूर्खतापूर्ण है कि सज्जनों के साथ प्रेम तथा दुष्टों के साथ घृणा बरतनी चाहिए। “घृणा” एक मारक विष है। उससे दूसरों का अहित हो सकता है यह सही है, पर यह और भी अधिक सही है कि “घृणा” जहाँ … Read more