गुण, कर्म, स्वभाव की श्रेष्ठता ही प्रगतिशीलता के मापदंड
🥀// २६ जून २०२४ बुधवार //🥀🍁 आषाढ़ कृष्णपक्ष पंचमी २०८१ 🍁➖➖‼️➖➖‼ऋषि चिंतन‼➖➖‼️➖➖गुण, कर्म, स्वभाव की श्रेष्ठता ही➖प्रगतिशीलता के मापदंड➖〰️➖🌹➖〰️👉 सृष्टा ने प्राणी जगत में मनुष्य को अनेक विशेषताओं से युक्त बनाया है। “उसका शरीर और मस्तिष्क विचित्र है।” खड़े होकर चलना, वाणी की अभिव्यक्ति, संगीत से लेकर वैज्ञानिक अनुसंधानों और भावनात्मक संबंधों तक अनेक विशेषताएँ … Read more