प्रसन्न रहना अथवा उद्विग्न हमारे दृष्टिकोण पर निर्भर है

🥀 ०८ नवंबर २०२४ शुक्रवार 🥀//कार्तिक शुक्लपक्ष सप्तमी २०८१ //➖➖‼️➖➖‼ऋषि चिंतन‼〰️➖🌹➖〰️➖प्रसन्न रहना अथवा उद्विग्न➖❗हमारे दृष्टिकोण पर निर्भर है❗〰️➖🌹➖〰️👉 “मानसिक उद्विग्नता” भी मनुष्य जीवन की बहुत बड़ी समस्या है। शांत, संतुष्ट, संतुलित और प्रसन्न रहने वाले व्यक्ति बिरले ही दिखाई देते हैं। अधिकांश व्यक्तियों के माथे पर त्यौरियाँ चढ़ी होती हैं, आँखों में बुझापन, चेहरे पर … Read more

जीवन का आनंद

~~~ बहुत समय पहले की बात है जब सिकंदर अपने शक्ति के बल पर दुनिया भर में राज करने लगा था वह अपनी शक्ति पर इतना गुमान करने लगा था कि अब वह अमर होना चाहता था उसने पता लगाया कि कहीं ऐसा जल है जिसे पीने से व्यक्ति अमर हो सकता है। देश-दुनिया में … Read more

If You Want To Be Happy Then Concentrate Your Mind | सुखी रहना है तो मन को साधिए

🥀 February 21, 2024, Wednesday 🥀🍁 Magha Shuklapaksha Dwadashi, 2080 🍁➖➖‼️➖➖‼️ Rishi Chintan ‼️➖➖‼️➖➖If You Want To Be Happy Then Concentrate Your Mind〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️👉 “Mind” is a deity. It is called “Prajapati” in the scriptures. Vedanta explains that every individual has their own independent world, created through their mind’s creations. According to a person’s beliefs, emotions, … Read more

सुखी रहना है तो मन को साधिए | If You Want To Be Happy Then Concentrate Your Mind

🥀 २१ फरवरी २०२४ बुधवार🥀🍁माघ शुक्लपक्ष द्वादशी २०८०🍁➖➖‼️➖➖‼ऋषि चिंतन‼➖➖‼️➖➖सुखी रहना है तो मन को साधिए〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️👉 “मन” एक देवता है। इसे ही शास्त्रों में “प्रजापति” कहा गया है। वेदांत में बतलाया गया है कि हर व्यक्ति की एक स्वतंत्र दुनिया है और वह उसके मन के द्वारा सृजन की हुई है। मनुष्य की मान्यता, भावना, निष्ठा, … Read more