अपने सही स्वरूप को हम जानें

🥀०८ अक्टूबर २०२४ मंगलवार🥀//आश्विन शुक्लपक्ष पंचमी २०८१ //‼ऋषि चिंतन‼〰️➖🌹➖〰️अपने सही स्वरूप को हम जानें〰️➖🌹➖〰️👉 “आत्मा” की महिमा और गरिमा को समझा जा सके तो उसे उसके स्तर के अनुरूप स्थिति में रखने की इच्छा होगी। इसके लिये जगी अभिलाषा और विकसित हुई स्थिति आत्मगौरव कहलाती है। “गौरवान्वित” को संतोष मिलता है और आनंद भी। तिरस्कृत … Read more

सामान्य भी विशिष्ट बन सकता है |

🥀// २९ जून २०२४ शनिवार //🥀🍁 आषाढ़कृष्णपक्षअष्टमी२०८१ 🍁➖➖➖➖‼️➖➖➖➖‼ऋषि चिंतन‼➖➖➖➖‼️➖➖➖➖〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️सामान्य भी विशिष्ट बन सकता है〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️👉 “बुद्धि- वैभव” का मूल्य समझा जाता. है और ज्ञान प्राप्ति के लिए स्कूल, कालेजों के माध्यम से बहुत श्रम, समय एवं धन खरच करके उसके लिए अथक प्रयत्न किया जाता है। स्वाध्याय, संपर्क, परिभ्रमण, विचार-विनिमय, अभ्यास आदि के अन्य उपाय भी … Read more